दिवाली, एक भारतीय पर्व है जो हर साल अक्तूबर या नवम्बर महीने में मनाया जाता है और इस साल 2023 में यह पर्व 21 अक्तूबर को मनाया जाएगा। दिवाली का अर्थ होता है ‘रोशनी की तस्वीरें’। यह पर्व हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण है और इसे भारत की सबसे बड़ी त्योहारों में से एक माना जाता है।
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि दिवाली को मनाने के पीछे कई कारण होते हैं, इसमें धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व होता है। यह प्रेम, समृद्धि, सहयोग और सम्मान का पर्व है जिसे हम अपने परिवार और मित्रों के साथ मनाते हैं। यह एक जश्नी त्योहार होता है जिसमें रंग-बिरंगी चमकती रोशनी, मिठाईयों का खजाना और धर्मिक अनुष्ठान शामिल होते हैं।
दिवाली की धार्मिक महत्वता
दिवाली का हर्ष इसलिए है क्योंकि इस दिन भगवान राम अयोध्या लौट आए थे उनके 14 साल के अयोध्या वापस आने के बाद। उनके पिता दशरथ ने उन्हें लंका के राक्षसराज रावण का वध करने के लिए भेजा था। माता सीता और लक्ष्मण के साथ उन्होंने 14 साल तक वनवास गुजार रखा था।
दिवाली के त्योहार की तैयारियां
दिवाली के त्योहार से पहले लोग अपने घरों की सफाई करते हैं, जिसे सफाई कहते हैं। इसके बाद घर को सजाने सजाने के लिए खूबसूरती से सजाते हैं। इस खूबसूरती को इस त्योहार को आत्मा में ऊर्जा भरने का तरीका माना जाता है।
दिवाली के लिए दिवाली की चमक, रोशनी, मिठाई और पूजा के समय कहीं न कहीं एक-दूसरे के साथ समर्पित श्रद्धाभाव और प्यार दिखाना भी बहुत महत्वपूर्ण होता है।
भारतीय त्योहार की खासियत
ध्वज सजाना: दिवाली के दिन अधिकांश लोग अपने घरों के द्वार पर ध्वज लहराते हैं। यह परंपरा हर वर्ष साझा की जाती है और घर को आकर्षित बनाने में मदद करती है।
मिठाइयों का खजाना: दिवाली के त्योहार पर मिठाइयां खाना सभी की पसंद है। घरों में बनने वाली नमकीन, मिठाई, पकवान और खास व्यंजनों से मिठाइयों का खजाना टेबल पर सजता है।
पटाखे जलाना: दिवाली का मुख्य अंग पटाखे जलाना है। इस दिन लोग घर के आसपास पटाखे खेलते हैं और रंग-बिरंगे आसमान में पटाखे जलाते हैं।
पूजन और आरती: दिवाली के दिन लोग मां लक्ष्मी और गणेश की पूजा करते हैं। घर की दीवारों पर रंगों से आरती की बनी चित्र बनाकर लगाते हैं और घर को प्रकाशित करते हैं।
भाई दूज: दिवाली के चौथे दिन को भाई दूज के रूप में मनाते हैं, जिसमें बहन अपने भाई की लंबी उम्र और खुशियों की कामना करती है।
दिवाली के लिए अच्छी बातें
- अच्छा भविष्य: दिवाली के दिन लोग नए काम शुरू करने के लिए भाग्यशाली मानते हैं।
- सौभाग्य और समृद्धि: दिवाली के इस पर्व में सौभाग्य और समृद्धि की कामना की जाती है।
- आत्मा की शुद्धि: इस त्योहार में लोग अपनी आत्मा की शुद्धि के लिए प्रार्थनाएं करते हैं।
दिवाली के समाचार में
इस वर्ष कोविड-19 महामारी के संकट के चलते लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग की मान्यता को ध्यान में रखकर दिवाली का त्योहार मनाना बेहद महत्वपूर्ण है। घरों में ही मनाने के लिए सभी को आमंत्रित करके अपने परिवार और सजनों के साथ उत्सव मनाने का प्रयास करना चाहिए।
दिवाली के संदेश
दिवाली के इस पावन पर्व पर हमें ज्ञान, करुणा, शांति और समृद्धि की प्राप्ति के लिए भगवान जी से प्रार्थना करनी चाहिए। इस अवसर पर हमें अपने घरों में प्रेम और समर्पण के साथ मिलकर खुशियों का त्योहार मनाना चाहिए।
बारिक के सामान्य प्रश्न
1. दिवाली का इतिहास क्या है?
दिवाली का इतिहास भगवान राम अयोध्या लौटने के बाद मनाया जाने वाला त्योहार है।
2. दिवाली का पर्व क्यों मनाया जाता है?
दिवाली को भगवान राम के अयोध्या लौटने की खुशी मनाने के लिए मनाया जाता है।
3. दिवाली का त्योहार किस धर्म का है?
दिवाली हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है।
4. दिवाली को कितने दिनों तक मनाया जाता है?
दिवाली का त्योहार ग्यारह दिनों तक मनाया जाता है।
5. दिवाली के दौरान किस चीज़ की खरीदारी की जाती है?
दिवाली के दौरान लोग मिठाइयों, पटाखों, दीपों और नई सामानों की खरीदारी करते हैं।
इस पावन अवसर पर दीवाली की हार्दिक शुभकामनाएं! इस त्योहार को खुशियों और प्रकाश से रौशन करें।